" अंहकार की दीवार हमारे और परमेश्वर के बीच की वह दीवार है जिसे हटाये या गिराए बिना हम उसे सामने होने पर भी नहीं देख सकते। हमारे विकारों में ये अंहकार ही सबसे सूक्ष्म और हमारी सारी समस्याओं, परेशानिओं की जड़
है। इसे जाने समझे बिना सद्गति संम्भव नहीं,न इस लोक में ना उस लोक में..... "
Friday, August 21, 2009
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