कईबार हम सबके साथ कोई न कोई कमाल होजाता है. पत्नी पंजाब की रहनेवाली है। परहेज करने से सदा बचती रहती है। बवासीर कई बार ठीक होकर फिर बार बार होती रही और असाध्य बनगई. जो भुगतता है वही जानता है कि कितनी तक्लीफ़ होती है. बेचारी से न तो कहते बनता था और न सहते बनता था।
एक दिन बाज़ार मैं छोटे सफ़ेद-हरे से करेले नज़र आये तो वह खरीद लायी। पूरे साल में पहली बार लगा कि ये करेले खाए जासकते हैं। ८-१० दिन में ३-४ बार वही करेले लाये, बनाये और खाए। इतने दिन में ही कमाल होगया और पत्नी की बवासीर लगभग ठीक होगई, मस्से सूख गए। आयुर्वेद में बतलायागया है कि करेले से केवल मधुमेह (शूगर ) ही नहीं, बवासीर, पीलिया,ज्वर चर्म रोग भी ठीक होते हैं। आप भी देसी, स्वदेसी करेलों का फायदा उठा सकते हैं, पर कहीं से मिलने चाहियें. सबसे अछी बात तो यह होगी कि अपने गमलों या किचन गार्डन में फूल कम और देसी सब्जियां अधिक लगायें.
Friday, August 14, 2009
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